कुछ सामग्री / दस्तावेज वर्तमान में हिन्दी में उपलब्ध नहीं हैं। अंग्रेजी संस्करण का लिंक इस पेज पर उपलब्ध है।
एक्सबीआरएल व्यापार और वित्तीय आकड़ों के इलेक्ट्रानिक संचार की एक भाषा है जो विश्वभर में व्यापार रिपोर्टिंग में क्रांतिकारी परिवर्तन ला रही है। इससे व्यापार सूचना तैयार करने, उसका विश्लेषण करने और उसके संप्रेषण करने में बहुत लाभ हुआ है। यह वित्तीय आंकड़ो को उपलब्ध कराने या उनका प्रयोग करने वालो के लिए लागत किफायती, कार्यसक्षम और उन्नत सतर्कता तथा विश्वसनीयता के साथ सेवाएँ उपलब्ध कराता है। एक्सबीआरएल का तात्पर्य विस्तारणीय व्यापार रिपोर्टिंग भाषा (एक्सटेंसिब्ल बिजनेस रिपोर्टिंग लाग्यूवेज) है। अनेक देशों में यह पहले से ही प्रयोग की जा रही है और अब विश्वभर में इसका प्रयोग तेजी से बढ़ रहा है।
एक्सबीआरएल एक खुला रॉयल्टी मुक्त विशिष्ट सॉफ्टवेयर है जिसे विश्वभर के लेखाकारों और प्रौद्योगिकीविदों के सहयोग से विकसित किया गया है। इन्होंने मिलकर एक्सबीआरएल इंटरनेशनल का गठन किया है। जिसमें वैश्विक कंपनियां, लेखाकंन, प्रौद्योगिकी, सरकारी और वित्तीय सेवा संस्थानों सहित 650 से अधिक सदस्य हैं। एक्सबीआरएल अनेक लेखांकन और विश्लेषण सॉफ्टेवयर और उपकरणों और विनियगों में शामिल किए जाने वाले एक्सएमएल पर आधारित एक खुला विशिष्ट साफ्टवेयर है और इसकी भविष्य में भी विशिष्टता बनी रहेगी।
एक्सबीआरएल व्यापार रिपोर्टिगं और विश्लेषण के सभी स्तरों पर लाभदायक है। इसका महत्व आटोमेशन, लागत किफायती तीव्र, आकड़ों का अधिक विश्वसनीय और अधिक स्टीक संचालन, बेहतर विश्लेषण तथा सूचना की बेहतर गुणवत्ता और बेहतर निर्णय प्रक्रिया में दिखाई पड़ता है। एक्सबीआरएल उत्पादकों एवं वित्तीय आकंड़ों का प्रयोग करने वाले उपभोक्ताओं को मंहगी हस्तचालित प्रक्रिया, अधिक समय लेने वाली कठिन तुलना, सग्रंहण और आकड़ों की पुनः प्रविष्टि से जैसी जटिल व्यवस्था के स्थान पर उपकरण आधारित सरल व्यवस्था अपनाने के लिए सक्षम बनाता है। अब हितधारक एक्सबीआरएल सूचना संसाधित करने वाले सॉफ्टवेयर आधारित विश्लेषण करने पर अपना प्रयास केंद्रित कर सकते हैं। एक्सबीआरएल एक लचीली भाषा है जिसका उद्देश्य विभिन्न देशों और उद्योंगों में रिपोर्टिग के सभी वर्तमान पहलूओं में मदद करना है। इसकी विस्तारणीय प्रकृति का आशय है कि इसे किसी विशेष व्यवसाय की आवश्यकताओं यहां तक कि एकल संगठन स्तर की आवश्यकताओं की पूर्ति के अनुकूल बनाया जा सकता है।
सभी प्रकार के संगठन व्यवसायिक और वित्तीय सूचना के रखरखाव में आने वाली लागत में बचत करने तथा कार्यक्षमता में सुधार करने के लिए साथ एक्सबीआरएल का उपयोग कर सकते हैं। चूंकि एक्सबीआरएल विस्तारणीय और लचीली है अतः इसे विभिन्न अपेक्षाओँ के एक व्यापक विविधापूर्ण साधन के रूप अपनाया जा सकता है। वित्तीय सूचना आपूर्ति श्रृंखला में सभी भागीदार चाहे वे सूचना तैयार करने वाले हों, उसका संचरण करने वाले या प्रयोक्ता हो, इसका लाभ उठा सकते हैं।
एक्सबीआरएल व्यावसायिक वित्तीय सूचना रिकॉर्ड करने, सग्रहण और संचरण करने का एक मानकी कृत मध्यम है। यह व्यापक पैमाने पर व्यवसायिक उद्देश्यों के लिए विश्वभर में उपयोग करने की क्षमता है भले ही संबंधित कंपनियों, सरकारों और अन्य संगठनों को लागत में अत्याधिक बचत हानि के साथ-साथ कार्यक्षमता में सुधार, कार्य प्रक्रिया बेहतर में मदद मिलेगी।
एक्सबीआरएल ऐसे आकंड़ों की पहचान में मदद करके तुलना में सहायता करती है जोकि वास्तव में एक जैसे हैं और ऐसी सूचना जिसकी तुलना नहीं हो सकती, को अलग करती है। कंप्यूटर इस सूचना को संसाधित कर सकते हैं तथा पूर्व परिभाषित एवं प्रचलित दोनों रिपोर्टों में प्रयोग कर सकते हैं।
जी नहीं। सामान्यतया एक्सबीआरएल सूचना हेतु एक भाषा है। यह विभिन्न मानकों के अंतर्गत सूचित आकंड़ें सही ढंग से दिखाती है – यह उनमें परिवर्तन नहीं करती।
एक्सबीआरएल वित्तीय विवरण सूचना की उपयोगिता में वृद्धि करती है। वित्तीय आकड़ों को विश्लेषण तथा अन्य प्रयोजनों के लिए पुनः प्रस्तुत करने की आवश्यकता दूर की जा सकती है। कोई कंपनी अपने विवरण एक्सबीआरएल में प्रस्तुत करके निवेशकों तथा अन्य हितधारकों को लाभान्वित कर सकती है और अपने प्रोफाइल को बेहतर बना सकती है। यह ऐसे नियामकों, ऋणदाताओं और वित्तीय सूचना के अन्य उपभोक्ताओं की आवश्यकताओँ को भी पूरा करती है जो एक्सबीआरएल में रिपोर्टिंग की मांग करने लगे हैं। इससे व्यापार संबंधों में सुधार होगा और अनेक लाभ होंगे।
कंपनियां पूर्णतया एक्सबीआरएल अपनाकर आकंड़ा सग्रहण का आटोमेशन कर सकती है। उदाहरण के लिए विभिन्न कंपनी प्रभागों के अलग-अलग लेखांकन प्रणालियों के आकंड़े जल्दी, सस्ते और सक्ष्म तरीके से एकत्र किए जा सकते हैं। एकबार आकड़ें एक्सबीआरएल में संग्रह होने के बाद आंकड़ो के विभिन्न सबसेट का उपयोग करते हुए विभिन्न प्रकार की रिपोर्टिंग कम से कम प्रयास के साथ तैयार की जा सकती हैं। उदाहरण के लिए किसी कंपनी का वित्त प्रभाग शीघ्रता और विश्वसनीयता से आंतरिक प्रबंधन रिपोर्टिंग, प्रकाशन हेतु वित्तीय विवरण, कर और अन्य नियामक फाइलिंग के साथ-साथ ऋणदाताओं के लिए ऋण रिपोर्टें तैयार कर सकता है। इस प्रणाली से समय लगने वाली और त्रुटि की संभावना वाली प्रक्रिया के स्थान पर ने केवल आटोमेशन द्वारा आंकड़े रखे जा सकते हैं बल्कि सॉफ्टवेयर द्वारा इन आकंड़ों की जांच भी की जा सकती है।
एक्सबीआरएल दो दस्तावेजों – टेक्सोनॉमी और इन्सटेंस डाक्यूमेंट की मदद से आंकड़ों को पठनीय बनाता है। टेक्सोनॉमी घटकों और नियामक अपेक्षाओं पर आधारित उनके संबंधों को परिभाषित करती है। नियामकों द्वारा निर्धारित टेक्सोनॉमी का प्रयोग करते हुए कंपनियों के लिए अपनी रिपोर्टें तैयार करने और एक मान्य एक्सबीआरएल इन्सटेंस डाक्यूमेंट तैयार करना अपेक्षित है। तैयार करने की प्रक्रिया का आशय टेक्सोनॉमी में समतुल्य घटकों के सामने कंपनी द्वारा सूचित संकल्पना का मिलान करना है। टैक्सोनॉमी से एक्सबीआरएल निर्दिष्ट करने के अलावा माप की इकाई, आंकड़ों की अवधि, सूचना की मात्रा आदि जैसी सूचना भी इन्सटेंस डाक्यूमेंट में शामिल करने अपेक्षित है।
एक्सबीआरएल में वित्तीय विवरण तैयार करने के अनेक तरीके हैं;
• एक्सबीआरएल जानकारी वाले लेखांकन साफ्टवेयर उत्पाद उपलब्ध कराए जा रहे हैं जो एक्सबीआरएल के रूप में आंकड़ों को भेजने में मदद करेंगे। ये उपकरण प्रयोक्ताओं को लेखों के चार्ट और एक्सबीआरएल की अन्य संरचनाओं को तैयार करने में मदद करते हैं।
• इस प्रयोजन के लिए तैयार किए गए एक्सबीआरएल साफ्टवेयर उपकरणों का प्रयोग करते हुए विवरण तैयार किए जा सकते हैं।
• लेखांकन डाटाबेस से आंकड़ें एक्सबीआरएल फार्मेट में प्राप्त किए जा सकते हैं। लेखांकन साफ्टवेयर वेंडर के लिए एक्सबीआरएल का प्रयोग करना अनिवार्य नहीं है; तृतीय पक्ष उत्पाद एक्सबीआरएल में आंकड़ों का अंतरण कर सकते हैं।
• विशिष्ट स्वरूप में विनियोग आकंड़ों को एक्सबीआरएल में परिवर्तित कर सकते हैं। किसी कंपनी द्वारा अपनाए जाने वाले माध्यम उसकी अपेक्षाओँ और अन्य कारकों के साथ-साथ उसके लेखांकन साफ्टवेयर और प्रयोग में लाई जाने वाली प्रणाली पर निर्भर करता है।
भारत अब एक्सबीआरएल इंटरनेशनल का स्थापित अधिकार क्षेत्र है। भारत में एक्सबीआरएल के परिचालन का प्रबंधन करने के लिए धारा 25 के अंतर्गत एक अलग कंपनी बनाई गई है एक्सबीआरएल इंडिया के मुख्य उद्देश्य हैं;
• भारत में एक्सबीआरएल संबंधी जागरूकता उत्पन्न करना
• भारतीय टेक्सोनॉमी तैयार करना और उसका अनुरक्षण करना
• कंपनियों की एक्सबीआरएल अपनाने और कार्यान्वयन में मदद करना
अधिक जानकारी के लिए www.xbrl.org/in पर जाएं।
The following class of companies shall file their financial statements and other documents under section 137 of the Act with the Registrar in e-form AOC-4 XBRL as per Annexure-I:-
(i) Companies listed with stock exchanges in India and their Indian subsidiaries;
(ii) Companies having paid up capital of five crore rupees or above;
(iii) Companies having turnover of one hundred crore rupees or above;
(iv) All companies which are required to prepare their financial statements in accordance with Companies (Indian Accounting Standards) Rules, 2015
Provided that the companies preparing their financial statements under the Companies (Accounting Standards) Rules, 2006 shall file the statements using the Taxonomy provided in Annexure-II and companies preparing their financial statements under Companies (Indian Accounting Standards) Rules, 2015, shall file the statements using the Taxonomy provided in Annexure-II A.
As per MCA guidelines
• all companies which were hitherto covered under the Companies (Filing of Documents and Forms in Extensible Business Reporting Language) Rules, 2011(which were require to file AOC-4 XBRL for the financial year commencing on or after 1st April 2014 using XBRL Taxonomy)
or
• all companies which are required to prepare their financial statements in accordance with Companies (Indian Accounting Standards) Rules, 2015
are required to file their financial statements and other documents as per XBRL Taxonomy.
Accordingly, if a company filed its financial statements in XBRL taxonomy either under Companies Act 1956(23AC/23ACA /Other XBRL documents) or Companies Act 2013(AOC-4 XBRL or Other XBRL documents), it has to file in its financial statements and other documents as per XBRL taxonomy only irrespective of whether it satisfies the criteria in later years.
Non-banking financial companies, Housing finance companies and Companies engaged in the business of Banking and Insurance sector are exempted from filing of financial statements under these rules.
Taxonomies for Indian companies are developed based on the requirements of
• Schedule III of Companies Act
• Accounting Standards, issued by ICAI
• SEBI Listing requirements.
Taxonomies for Manufacturing and service sector (referred as Commercial and Industrial, or C&I) and Banking sector, is acknowledged by XBRL International. These taxonomies are available at www.xbrl.org/in
कृपया www.xbrl.org/in
एक्सबीआरएल डाक्यूमेंट में टेक्सोनॉमी और इंस्टांस डाक्यूमेंट शामिल हैं। टेक्सोनॉमी में व्यापार और वित्तीय शब्दावली का विवरण और वर्गीकरण है जबकि इंस्टांस डाक्यूमेंट में वास्तविक तथ्य और आंकड़े हैं। टैक्सोनॉमी और इंस्टांस डाक्यूमेंट दोनों मिलकर एक्सबीआरएल डाक्यूमेंट बनाते हैं।
टेक्सोनॉमी रिपोर्टिंग संकल्पना का इलेक्ट्रानिक शब्दकोश है। टेक्सोनॉमी में सभी डाटा परिभाषाएं, मूल एक्सबीआरएल विशेषताएं और संकल्पनाओं का अंत संबंध होता है। इसमें निवल आय, ईपीएस, नकद आदि जैसे शब्द भी शामिल होते हैं। प्रत्येक शब्द की अपनी विशेषता है जो लेबल और परिभाषा तथा संभावित संदर्भों सहित इसे परिभाषित करता है। टेक्सोनॉमी सैकड़ों या हजारों व्यापार रिपोर्टिंग
टेक्सोनॉमी का विस्तार सूचना के धारक के अनुकूल मद/संबंधों को बनाने के लिए किया जाता है। इस प्रकार टेक्सोनॉमी के विस्तार निम्नलिखित हो सकता है;
क) वर्तमान संबंधों मे परिवर्तन
ख) टेक्सोनॉमी में नए घटक जोड़ना
ग) क और ख दोनों का संयोजन
जी हां, टेक्सोनॉमी कंपनियों द्वारा अनुपालन की जा रही नियामक अपेक्षाओँ और मानकों पर आधारित है। तद्नुसार प्रत्येक देश की आवश्यकताओँ के अनुसार देश विशिष्ट टेक्सोनॉमी हो सकती है।
एक्सबीआरएल इंस्टांस डाक्यूमेंट्स एक ऐसी व्यापारंक रिपोर्ट है जिसे एक्सबीआरएल नियमों के अनुसार इलेक्ट्रानिक स्वरूप में तैयार किया गया है। इसमें टेक्सोनॉमी में घटकों द्वारा परिभाषित तथ्यों और उनके मूल्य तथा संदर्भ जिसमें वे रखे जाते है; का स्पष्टीकरण शामिल है। एक्सबीआरएल इंस्टांस में सूचित डाटा और उनके मूल्य तथा “संदर्भ” शामिल हैं। इंस्टांस डाक्यूमेंट कम-से-कम एक टेक्सोनॉमी से जुड़ा होना चाहिए जो संदर्भों, लेबल या संबंध को परिभाषित करे।
इस प्रकार अधिक सूचना का आदान-प्रदान करने में सहायक एक्सबीआरएल तकनीक के प्रयोग का निष्कर्ष निकालने और अभी व्यापक करने के लिए उपयोग द्वारा उसका प्रभावी स्वचालन किया जा सकता है। मानवीय इस दृष्टिकोण से कंपनी और साथ ही अंतर्राष्ट्रीय व्यापार हितों की रक्षा की जा सकती है। अंतिम प्रयोक्ताओं के लिए सभी वित्तीय आंकड़ों की सत्यता नही आवश्यकता होती है और कंपनियों या इसे अपनाने में रूचि रखने वालों द्वारा सामूहित निर्णय के लिए अपेक्षित है।